Course
Overview
‘ज्ञान सरिता’ हिंदी पाठमाला एवं अभ्यास पुस्तिका कक्षा 1 से 8 तक पुस्तकों की शृंखला अनुशासनात्मक दृष्टिकोण के रूप में विद्यार्थियों की कक्षा के अनुसार एवं उनके मानसिक स्तर के अनुरूप एवं सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा निर्धारित मानकों के दिशा-निर्देशानुसार पाठमाला की रचना की गई है। पाठमाला में हिंदी भाषा के महान कवियों एवं लेखकों द्वारा रचित साहित्य की समस्त विधाओं को सम्मिलित किया गया है। सरल, सुबोध और भावपूर्ण भाषा-शैली के प्रयोग के साथ-साथ पाठमाला की पठन-सामग्री को धयानपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। साथ ही इस बात का भी धयान रखा गया है कि विद्यार्थी भाषा के द्वारा अपनी भावनाओं, विचारों तथा अनुभूतियों को व्यक्त करना सीखें। शृंखला का उद्देश्य विद्यार्थियाें को सभी दृष्टिकोणों से जीवन-मूल्यों को सिखाना एवं एक आश्वस्त वैश्विक नागरिक बनाना है।
Some Highlighting
Key Features
of
Gyan Sarita are:
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‘बहु-प्रतिभा का सिद्धांत’ शीर्षक द्वारा बताई गई नौ प्रतिभाओं को छात्रें की आवश्यकताओं, रूचियों एवं प्रतिभाओं के आधार पर सिखाने पर बल।
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‘दो बातें’ शीर्षक द्वारा विषय-वस्तु के प्रति रुचि उत्पन्न करने पर बल।
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‘शिक्षण संकेत’ शिक्षण अधिागम प्रक्रिया को रोचक तथा सरल रूप प्रदान करने में सहायक।
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‘भाषा-कौशल’ शीर्षक द्वारा वर्ण, शब्द, वाक्य तथा भाषा प्रयोग का सरल और सहज रूप में ज्ञान।
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‘रचनात्मक-गतिविधिा’ द्वारा रचनात्मक एवं कलात्मक क्षमता का विकास।
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‘सोचो और बताओ’ शीर्षक द्वारा विद्यार्थियों का वैचारिक तथा तार्किक क्षमता का विकास।
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‘शब्दार्थ’, ‘श्रुतलेख’, ‘पाठ-बोध/कविता-बोध’ से विद्यार्थियों के पठन व लेखन कौशल का विकास।
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‘सुनो और सुनाओं’ द्वारा विद्यार्थियों में श्रवण कौशल तथा मौखिक अभिव्यक्ति का विकास।
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‘खेल-खेल में बन गए ज्ञानी’ इस शीर्षक के अंतर्गत विद्यार्थियों की बौद्धिाक क्षमता के विकास पर बल।
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छात्रें के स्व-मूल्यांकन हेतु अभ्यास प्रश्न-पत्र
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